करोंद में बनेगा थ्री टियर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम, ऊपर चलेगी मेट्रो, बीच में फ्लाईओवर, नीचे से गुजरेगा सर्विस रोड

भोपाल। शहर के करोंद क्षेत्र में थ्री टियर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम बनाया जाएगा। जिससे लगभग पांच लाख लोगों को फायदा होगा। इसके बनने से ऊपर मेट्रो ट्रेन चलेगी, बीच में फ्लाईओवर और नीचे से सर्विस रोड गुजरेगी। स्थानीय विधायक और प्रदेश के सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट के करोंद में शुरू हुए कार्य का बुधवार को निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि प्रथम फेज के तहत लगभग 30 किमी रूट की आरेंज लाइन कॉरिडोर के तहत करोंद चौराहे पर मेट्रो स्टेशन व रूट बनाया जाएगा। वहीं, एनएचएआई द्वारा फ्लाईओवर बनाया जा जाएगा। इससे करोंद चौराहे पर थ्री टियर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम तैयार होगा।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने मेट्रो परियोजना, समस्त संबधित विभागों, नेशनल हाईवे, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और जिला प्रशासन की समन्वय समिति की बैठक कर निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
दो किलोमीटर लंबा होगा फ्लाईओवर
अधिकारियों ने बताया कि करोंद चौराहे पर ट्रैफिक जाम की कठिनाई के निराकरण के लिए लगभग दो किलोमीटर लंबाई में फ्लाइओवर का निर्माण किया जा रहा है। मेट्रो लाइन इस ग्रेड सेपरेटर के उपर से निकलेगी, जिसमें करोंद चौराहे में ग्रेड सेपरेटर और मेट्रो के कोई पिलर नहीं होंगे व इस चौराहे का विकास भी उत्कृष्ट रूप से किया जाएगा। इस योजना से चौराहे के विकास के साथ तीन सब-वे का निर्माण भी किया जा रहा है, ताकि पैदल यात्रियों को चौराहा क्रॉस करने में असुविधा नहीं हो तथा मेट्रो स्टेशन तक आसानी से पहुंच सकें।
चार वर्षों में पूर्ण होगा निर्माण कार्य
भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट प्रथम फेज के अंतर्गत लगभग 30 किमी रूट प्रस्तावित है, जिसमें ऑरेंज लाइन कॉरिडोर करोंद से एम्स तक लगभग 16 किमी का होगा। इसमें दो भूमिगत स्टेशन (भोपाल जंक्शन एवं नादरा बस स्टैंड) और 14 एलिवेटेड स्टेशन होंगे। वहीं, एनएचएआई द्वारा अयोध्या एयरपोर्ट से रत्नागिरी तक छह लेन सड़क का निर्माण कार्य किया जाना है। वहीं, करोंद चौराहे पर एनएचएआई द्वारा फ्लाईओवर प्रस्तावित है। यह निर्माण कार्य चार वर्ष में पूरे होंगे।