नगर निगम की टीम को किया गुमराह, पांच दिन बाद जर्जर मकान की दीवार गिरी

जर्जर मकान को देखने जा रही नगर निगम टीम को गुमराह कर रहा व्यक्ति
सागर:- चकराघाट वार्ड स्थित नवरंग भवन के बाजू से बना एक क्षतिग्रस्त जर्जर मकान अभी तक नगर निगम के अमले द्वारा गिराया जा नहीं जा सका है जबकि जिस व्यक्ति का मकान है उसका नगर निगम द्वारा जारी हुई क्षतिग्रस्त जर्जर मकानों की सूची में उस व्यक्ति का नाम भी दर्ज है। पांच दिन पहले फिर जर्जर मकान की एक दीवार गिर गई जिसमें आसपास खेल रहे छोटे-छोटे बच्चे बाल-बाल बच गए। वार्डवासियों ने बताया है कि जिस व्यक्ति का यह मकान है वह नगर निगम को गुमराह कर रहा है और नाममात्र दिखावे के लिए जर्जर मकान के ऊपर और लोड डालने का कार्य कर रहा और जब निगम के अधिकारी-कर्मचारी घर देखने आते हैं तो कहा जाता है कि वह घर को रिनूवेशन करा रहा है जबकि वह घर को जर्जर ही बनाए है और उसी के ऊपर पन्नी डालकर उस घर को नहीं गिरा रहा है, जिससे कभी भी कोई बड़ी जनहानि हो सकती है। यहां आपको बता दें कि चकराघाट वार्ड निवासी आवेदक आमिर अंसारी ने 30 जुलाई 2024 को एक आवेदन नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री को दिया था। आवेदन में उन्होने बताया था कि चकराघाट वार्ड स्थित नवरंग भवन के बाजू से मकान नं. 310/1 दो मंजिला कच्चा खपरैल जो नगर पालिका फर्श से लगा हुआ है 150 वर्ष पुराना है जो जर्जर एवं क्षतिग्रस्त अवस्था में है जो कभी भी गिर सकता है। श्री अंसारी ने निगम आयुक्त को दिए पत्र में कहा था कि मकान का आधा हिस्सा 16&19 फुट को निगम अपने अधिकार में लेकर उन्हें गिरा दें। उन्होंने पत्र में लिखा था एक पक्षकार क्षतिग्रस्त मकान को गिराने के लिए तैयार है। जिसक बाद नगर निगम ने जर्जर मकानों की सूची तैयार की थी जिसमें हाशिम अंसारी का नाम भी सूची में आया था और निगम की टीम ने मकान का मुआयना किया था और जर्जर मकान को गिराने के निर्देश दिए थे। लेकिन दूसरे पक्ष के हाशिम अंसारी ने नगर निगम की टीम को गुमराह किया और उक्त मकान को दिखावे के लिए एक बरसाती पन्नी डाल दी थी और निगम की टीम बेरंग लौट आयी थी। अब पांच दिन पहले जर्जर मकान की दीवार धरासायी हो गई थी जिसको देखने निगम के बड़े अधिकारी भी पहुंचे थे। अब यह देखना होगा कि नगर निगम उक्त व्यक्ति हाशिम अंसारी के खिलाफ आगे क्या कार्रवाई करती है जिसने गुमराह किया कि उसने क्षतिग्रस्त जर्जर मकान को गिराने नहीं दिया और बाद में यह दीवार क्षतिग्रस्त हो गई, गनीमत रही है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हो सका। वार्डवासियों ने कहा है कि नगर निगम से कोई भी टीम जर्जर मकान को देखने आती है तो दूसरे पक्ष के हाशिम अंसारी द्वारा गुमराह कर दिया जाता है कि वह जर्जर घर को खुद गिरा देगा लेकिन अभी तक वह घर को गिरा नहीं रहा है और कोई बड़ी जनहानि का इंतजार कर रहा है और वार्डवासियों द्वारा इससे कहा जाता है कि जर्जर मकान को अलग कर दो उसके द्वारा धमकी भी दी जाती है कि वह मकान को नहीं गिरायेगा कोई भी हादसा हो जाए और जिससे शिकायत करना है कर दो। वार्डवासियों ने मांग की है कि जर्जर मकान को निगम खुद जल्द से जल्द गिराने की कार्यवाही करे। ताकि इस फर्श से निकलने वाले लोगों की किसी प्रकार की जन-धन की हानि न हो पाये । लोगों ने यह यह भी प्रशासन से मांग की है कि निगम टीम के शासकीय कर्मचारियों को गुमराह करने वाले व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होना चाहिए।