गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के गंदे खेल से पुलिस ने डासना के पास स्लॉटर हाउस में नाबालिगों से काम कराने के मामले में कंपनी के 2 डायरेक्टर समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में कुछ बड़े खुलासे भी हुए हैं। 
पुलिस के मुताबिक यहां देश के दूर-दराज इलाकों से चाइल्ड लेबर लाकर काम कराया जाता था। इनके बारे में किसी को पता न लगे इसलिए उन्हें फैक्ट्री के बाहर तक नहीं जाने दिया जाता था। इन पर निगाह रखने के लिए गार्ड भी रखे थे। पुलिस ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में यह कार्रवाई की है। बाकी अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग के तार कहां-कहां जुड़े हैं और इसमें कौन लोग शामिल हैं। इनके बारे में पुलिस जांच कर रही है। डीसीपी देहात विवेक चंद ने बताया कि इंटरनैशनल एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड से 55 नाबालिगों को रेस्क्यू किया था। अब इसमें ह्यूमन ट्रैफिकिंग की धारा को जोड़ा और फिर कंपनी के डायरेक्टर यासीन कुरैशी, उसकी पत्नी तसनील कुरैशी के साथ मैनेजर आरिफ, मंजूर हसन और हसन एजाज को गिरफ्तार किया है। बाकी अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। 29 मई को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, एएचटीयू, मसूरी थाने के साथ प्रशासन की टीम ने कंपनी में छापेमारी की थी। यहां से 55 लोगों को रेस्क्यू किया गया। डीसीपी ने बताया कि 40 के डॉक्युमेंट से उनकी एज वेरीफाई हो गई है इनमें 20 नाबालिग हैं। वहीं दूसरी तरफ चाइल्ड वेलफेयर कमिटी (सीडब्ल्यूसी) की टीम बच्चों के परिवार के बारे में जानकारी कर रही है।