उज्जैन ।   विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की एकम तिथि पर शुक्रवार तड़के भस्म आरती के दौरान चार बजे मंदिर के पट खुलते ही पंडे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। बाबा महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर, पंचामृत और फलों के रस से किया गया। प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट और मुंड माला धारण करवाई गई। आज के श्रृंगार की विशेष बात यह रही कि एकम तिथि और शुक्रवार के संयोग पर भस्मआरती में बाबा महाकाल का रुद्राक्ष, मखाने और फूलों की माला के साथ मावे व ड्रायफ्रूट से श्रृंगार किया गया।  महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शनों का लाभ लिया। बाबा महाकाल की जय जयकार से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। 

न्यायाधीश आनंद पाठक भस्म आरती में शामिल हुए

मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के न्यायाधीश आनंद पाठक श्री महाकालेश्वर भगवान की भस्म आरती में शामिल हुए। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से भस्म आरती प्रभारी अधिकारी आशीष दुबे व उमेश पंड्या ने न्यायाधीश पाठक का सम्मान किया गया।

श्रद्धालुओं की सहायता करने की शपथ दिलाई

श्री महाकालेश्वर मंदिर में अनुबंधित क्रिस्टल कंपनी के समस्त गार्डों सुपरवाइजरों को सीएसपी कोतवाली ओपी मिश्रा, महाकाल 2 आईसी हेमंत सिंह जादौन, एएसआई चंद्रभान सिंह चौहान, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, प्रभारी अधिकारी सुरक्षा अनुराग चोबे और क्रिस्टल कंपनी के मैनेजर विजय कापर द्वारा सभी गार्डों ट्रेनिंग दी गई। जिसमें मंदिर में आने वाले यात्रियों से विनम्रता पूर्ण व्यवहार करने के निर्देश प्रदान किए गए। साथ ही गार्डों को सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने और श्रद्धालुओं की सहायता करने की शपथ भी दिलाई गई।