आज पूरे विश्व में 10वां विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। देशभर में अलग-अलग स्थानों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पूरे विश्व में योग दिवस की शुरुआत 2015 में हुई थी। योग शारीरिक व्यायाम का एक प्राचीन अभ्यास है। योग अभ्यासों में शारीरिक व्यायाम जिन्हें ‘आसन’ कहा जाता है। श्वास तकनीक और ध्यान शामिल हैं। योग मन, शरीर और आत्मा के बीच सामान्य कल्याण और सामंजस्य को बढ़ाने का प्रयास करता है। राजधानी दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लोगों ने योग किया। नई दिल्ली के लालकिला परिसर में योग दिवस के अवसर पर लोगों ने योगासन किया। कर्तव्य पथ पर भी योग दिवस के अवसर पर लोग योगासन के लिए जुटे। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने योग किया। कोरोना काल के बाद योग का महत्व अधिक बढ़ गया। संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से लोग योग अभ्यास करने लगे। लेकिन इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 से हो गई थी। इस वर्ष ही पहली बार पूरे विश्व में योग दिवस मनाया गया था।
 

योग दिवस का इतिहास

27 सितंबर 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त महासभा में दुनिया के तमाम देशों से योग दिवस को मनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार करते हुए महज तीन माह के अंदर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया। जिसके बाद अगले वर्ष 2015 में पहली बार विश्व ने योग दिवस मनाया। योग दिवस को मनाने के लिए एक दिन सुनिश्चित किया गया, जो कि 21 जून है। 21 जून को योग दिवस के तौर पर मनाने की वजह भी है। इस तारीख को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है। जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं।