डिक्की छोटे और मध्यम उद्यमियों को बड़े निवेशकों के साथ जोड़ेगा
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इन्वेस्टर्स समिट में बड़े औद्योगिक समूहों के साथ एंकर यूनिट के लिए होगी चर्चा
भोपाल। मध्यप्रदेश में निवेश करने के इच्छुक बड़े उद्योगपतियों को छोटी इकाइयों की आवश्यकता होती है। इस जरूरत को अवसर में बदलने और बड़े निवेशकों को सहयोग देने के लिए डिक्की (दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) पूरी तरह से तैयार है। डिक्की के अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया ने बताया कि संगठन एससी-एसटी उद्यमियों को उद्योग स्थापित करने के लिए विशेष अनुदान और सब्सिडी उपलब्ध करवा रहा है।
डिक्की ने एससी-एसटी उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने हेतु सिडबी, एसबीआई और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ एमओयू किए हैं। इन समझौतों के तहत एससी-एसटी उद्यमियों को केवल 4% ब्याज दर पर 20 करोड़ रुपये तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, 400-400 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड की भी स्थापना की गई है। यह सहायता मुख्य रूप से फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, आईटी, फेब्रिकेशन, टूरिज्म सहित विभिन्न क्षेत्रों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए दी जाएगी।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से डिक्की एंकर यूनिट डेवेलपमेंट की अवधारणा को लागू करने जा रहा है, जिससे एमएसएमई इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा।
देश में अफर्मेटिव एक्शन पॉलिसी प्रभावी रूप से लागू है, जिसे केंद्र सरकार, सीआईआई और डिक्की संयुक्त रूप से बढ़ावा दे रहे हैं। इस नीति के तहत बड़े उद्योगों को एससी-एसटी वर्ग के उद्यमियों को वेंडर के रूप में शामिल करने की अपेक्षा की जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समावेशी आर्थिक विकास को लेकर गंभीर हैं और 'सबका साथ, सबका विकास' के मूलमंत्र को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की अफर्मेटिव एक्शन पॉलिसी बनाई गई है।
डिक्की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को एससी-एसटी युवाओं के आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। मध्यप्रदेश सरकार के साथ मिलकर इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एससी-एसटी वर्ग के युवाओं और उद्यमियों को विशेष सहायता प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है।
समिट से दो दिन पूर्व, ट्राइबल ब्लॉक और आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों में संचालित उद्योगों की 104 करोड़ रुपये की बकाया सब्सिडी को डीबीटी के माध्यम से उद्यमियों के खातों में स्थानांतरित किया गया। मुख्यमंत्री ने डिक्की मध्यप्रदेश के अध्यक्ष डॉ. अनिल सिरवैया के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी।
डिक्की छोटे और मध्यम उद्यमियों को सशक्त बनाने और उन्हें बड़े औद्योगिक समूहों के साथ जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है, जिससे समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले।