रितेश के पिता की मौत मामले में नया मोड़...
रितेश अग्रवाल| ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल की मौत मामले में पुलिस की प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। 20वीं मंजिल के जिस अपार्टमेंट की बालकनी से रमेश अग्रवाल गिरे हैं, उसकी रेलिंग साढ़े तीन फीट ऊंची है। ऐसे में यहां से गिरना हादसा नहीं हो सकता। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
गुरुग्राम के ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल की शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे अपार्टमेंट की 20वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई। पुलिस ने आत्महत्या का अंदेशा जताते हुए पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
रमेश अग्रवाल डीएलएफ फेज-4 स्थित द क्रेस्ट कंडोमिनियम में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) वीरेंद्र विज कहते हैं कि पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली कि एक व्यक्ति की 20वीं मंजिल से गिरने से मौत हो गई है।
मृतक की पहचान ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल के रूप में हुई। हादसे के वक्त रितेश अग्रवाल, उनकी मां और उनकी नव विवाहित पत्नी गीतांशा फ्लैट में ही मौजूद थे। रितेश अग्रवाल की अभी सात मार्च 2023 को गीतांशा सूद से शादी हुई थी।
बताया गया है कि रितेश अग्रवाल अपने पिता के साथ इस अपार्टमेंट में नहीं रहते थे। रितेश अग्रवाल का परिवार मूल रूप से उड़ीसा के रयागदा का रहने वाला है। यहां पर उनके पिता रमेश अग्रवाल सिम कार्ड बेचने की छोटी सी दुकान चलाया करते थे। बीती सात मार्च को रितेश अग्रवाल की शादी में देश-दुनिया की दिग्गज हस्तियां शामिल हुई थीं।
इसमें जापानी कंपनी सॉफ्ट बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मासायोशी सोन भी पहुंचे थे। जिनसे रितेश और उनकी पत्नी ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। इसके अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे थे।
गुरुग्राम ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल (65) की बीसवीं मंजिल से गिरने पर सभी हड्डियां टूट गई थीं। यही मौत का कारण भी बनीं। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर ने इसका खुलासा किया है।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि उनके शरीर के लगभग सभी हड्डी टूट गई थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इतनी ऊंचाई से गिरने के कारण उनकी सभी पसली टूट कर चकनाचूर हो गई थी। जांच करने के लिए उनके शरीर से सैंपल ले लिए गए है। रिपोर्ट के आने के बाद ही पूरी तरह से बताया जा सकेगा।
दूसरी ओर हादसे के बाद से ही पूरी सोसाइटी में मातम पसरा हुआ था। मामला हाई-प्रोफाइल होने के कारण मीडिया का सोसाइटी गेट पर ही जमावड़ा लग गया था। इसे देखते हुए सोसाइटी गेट पर ही सिक्योरिटी भी मुस्तैद कर दी गई थी। पीड़ित परिवार ने भी मीडिया व अन्य से दूरियां बना ली थीं। ऐसे में किसी को सोसाइटी के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था।
पिता के नीचे गिरने की परिवार को नहीं थी खबर
रमेश अग्रवाल के बीसवीं मंजिल से नीचे गिरने की खबर उनके परिवार को ही नहीं थी। जबकि घटना के समय रितेश के साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी फ्लैट में ही मौजूद थे। सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्ड्स ने जब एक व्यक्ति को नीचे जमीन पर लहूलुहान हालत में देखा तो उसने अपने सुपरवाइजर को सूचना दी। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आसपास जानकारी हासिल की मृतक की शिनाख्त हुई। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर तत्काल ही निजी अस्पताल पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रितेश अग्रवाल ने जारी किया बयान
रितेश अग्रवाल ने बयान जारी कर कहा है कि इस वक्त उनके परिवार की निजता का सम्मान किया जाए। उन्होंने कहा है कि भारी मन के साथ मैं यह साझा करना चाहता हूं कि हमारे मार्गदर्शक मेरे पिता रमेश अग्रवाल का 10 मार्च को निधन हो गया है। उन्होंने पूरा जीवन जिया और मुझे व हम सभी को प्रेरित किया। उनका निधन हमारे परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरे पिता ने हमें हमारे सबसे कठिन समय में आगे बढ़ाया। उनके शब्द हमारे दिलों में गूंजते रहेंगे।
पुलिस अधिकारी बोले
पुलिस की प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। 20वीं मंजिल के जिस अपार्टमेंट की बालकनी से रमेश अग्रवाल गिरे हैं, उसकी रेलिंग साढ़े तीन फीट ऊंची है। ऐसे में यहां से गिरना हादसा नहीं हो सकता। हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिवार की ओर से भी किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गई है। - वीरेंद्र विज, पुलिस उपायुक्त (पूर्व)