पीएम मोदी ने ओम बिरला की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि ये सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के पद पर विराजमान हुए हैं। आपको और इस पूरे सदन को मेरी तरफ से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। इस पूरे सदन की तरफ से भी आपको अनेक-अनेक शुभकामनाएं। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होने से आपको बहुत बड़ा दायित्व मिल रहा है। आपके अनुभव और हमारे अनुभव से हमें विश्वास है कि आप हम सभी का मार्गदर्शन करेंगे। मुझे विश्वास है कि आप हर कदम पर नए कीर्तिमान गढ़ते रहेंगे। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार संभालना अपने आप में रिकॉर्ड है। बलराम जाखड़ जी पहले ऐसे अध्यक्ष थे, जो लगातार दो बार अपना कार्यकाल पूरा कर पाए थे। उनके बाद अब आपको यह उपलब्धि मिली है। ज्यादातर स्पीकर या तो चुनाव नहीं लड़े हैं या जीतकर नहीं आए हैं। आप समझ सकते हैं कि स्पीकर का काम कितना मुश्किल है कि उनका जीतना मुश्किल हो जाता है। आपने दोबारा जीतकर नया इतिहास गढ़ा है। इस सदन के ज्यादातर सासंद आपसे परिचित हैं और पिछली बार मैंने आपके संबंध में काफी कुछ बातें रखीं थी। आज उन्हें दोहराऊंगा नहीं लेकिन आप जिस तरह से सांसद के रूप में काम करते हैं, वह जानने योग्य और सीखने योग्य हैं। युवा सांसद भी आपसे प्रेरणा लेंगे। आपने अपने क्षेत्र में जिस तरह से स्वस्थ मां और स्वस्थ शिशु अभियान चलाया, वह वाकई प्रेरक है। आपके पिछला कार्यकाल संसदीय लोकतंत्र का ऐतिहासिक कालखंड रहा है। आपकी अध्यक्षता में सदन में जो काम हुआ, वह अपने आप में सदन की भी और आपकी भी विरासत है। जब भी इस बारे में लिखा जाएगा तो भारत के भविष्य को दिशा देने में आपकी लोकसभा अध्यक्षता की बड़ी भूमिका रही है। आपकी अध्यक्षता में नारी शक्ति, जम्मू कश्मीर पुनर्गठन, डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल, मुस्लिम महिला विवाह अधिकार कानून, डायरेक्ट टैक्स समेत सामाजिक आर्थिक और नागरिक कानून पास हुए हैं। जो काम आजादी के 70 साल में नहीं हुए, वो आपकी अध्यक्षता में हुए। लोकतंत्र की लंबी यात्रा में कई पड़ाव आते हैं। कुछ अवसर ऐसे होते हैं, जब हमें कीर्तिमान स्थापित करने का मौका मिलता है। 17वीं लोकसभा पर देश आज भी और भविष्य में भी उस पर गौरव करेगा। आज देश अपनी आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए हर तरह से प्रयास हो रहे हैं, मैं मानता हूं कि नया संसद भवन भी अमृतकाल के भविष्य को लिखने का काम करेगा। नए संसद भवन में हमारा प्रवेश आपकी अध्यक्षता में हुआ। आपने संसदीय कार्यप्रणाली को प्रभावी और जिम्मेदार बनाने में कई अहम फैसले लिए। लोकसभा में हम पेपरलैस और डिजिटल व्यवस्था से काम कर रहे हैं। पहली बार आपने सभी सांसदों को ब्रीफिंग के लिए व्यवस्था की थी, उसकी वजह से संसद की चर्चा अधिक बेहतर हुई। आदरणीय अध्यक्ष जी जी20 भारत की अध्यक्षता की खूब चर्चा हुई, लेकिन पी20 का सम्मेलन आपकी अध्यक्षता में हुआ और उस सम्मेलन में भी कई अहम फैसले हुए। उसने दुनिया में भारत के लोकतंत्र को गौरव देने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।