जिले की छह विधानसभा सीटों में मतदान का आंकड़ा अलग ही कह रहा कहानी, महिला-पुरुष मतदाताओं में इस बार है बराबरी की स्थिति

17 नवंबर को लोकतंत्र के महापर्व की एक और महत्वपूर्ण कड़ी पूरी हो गई है। मतदान का कार्य पूर्ण हो गया है। उम्मीदवारों, राजनीतिक दलों के रणनीतिकारों, सिपहसालारों से लेकर मतदाताओं को तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना का इंतजार है। इंतजार अब सभी को भारी पड़ने लगी है। तभी तो सरकारी कार्यालयों से लेकर चौक-चौराहों पर सरकार बनाने और बिगाड़ने का खेल जारी है। ऐसा कोई वर्ग नहीं जिस पर राजनीति का रंग ना चढ़ा हो। अटकलबाजी के साथ ही तर्कों के आधार पर जीत-हार की घोषणाएं भी लोग अपने अंदाज में कर रहे हैं। यह सिलसिला दो दिसंबर तक जारी रहेगा।

मतदान के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय ने बिलासपुर जिले के अंतर्गत आने वाली छह विधानसभा सीटों में हुए मतदान का आंकड़ा जारी कर दिया है। महिला व पुरुष मतदाताओं द्वारा किए गए मतदान की पूरी स्थिति अब साफ हो गई है। जिले की राजनीतिक परिस्थितियों और चुनाव के दौरान बने माहौल पर नजर डालें तो कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशियों और रणनीतिकारों ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी।

पोलिंग बूथों में मतदान अभिकर्ताओं की तैनाती से लेकर मतदाताओं को घरों से निकालकर मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए अलग टीम काम कर रही थी। जिले में मतदान के आंकड़ों और संख्या पर नजर डालें तो पुरुषों के साथ ही महिलाओं ने भी बराबरी की भागीदारी निभाई है। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में महिला व पुरुष मतदान का आंकड़ा तकरीबन समान है। दोनों में एक से डेढ़ फीसद का अंतर देखा जा रहा है। बराबरी की भागीदारी और मतदान में बराबरी की स्थिति के चलते रणनीतिकार यह समझ नहीं पा रहे हैं कि यह रुझान किसके लिए है।

न्यूज़ सोर्स : Speculations started regarding future honorees, doubts still persist