Taste In Indore इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जितने प्रकार के नमकीन इंदौर में मिलते हैं शायद ही कहीं और इतने तरह के मिलते हों। पोहे पर डाली जाने वाली सेंव से लेकर सब्जी बनाई जाने वाली सेंव तक की शहर में कई वैरायटी हैं। पर यह नमकीन केवल आम दिनों के लिए ही नहीं बल्कि खास अवसर के लिए भी बनता है और ऐसा ही अवसर विशेष है व्रत।

 

 

किसी अन्य शहर के बाशिंदों के लिए यह चौंकाने वाली सच्चाई से कम नहीं होगा कि इंदौर में व्रत के लिए भी विशेष नमकीन तैयार होता है और नमकीन की फेहरिस्त में 50 से भी ज्यादा वैरायटी शामिल हैं। पर जब इंदौरियों से फलाहारी नमकीन की बात की जाए तो उनकी ख्वाहिश और भी नए तरह के इन नमकीन की होगी। वास्तव में यह इंदौर ही है जहां साबूदाने की खिचड़ी पर भी फलाहारी नमकीन डालकर खाया जाता है और वह भी कई तरह का।एक वक्त था जब शहर में फलाहारी नमकीन 4-5 तरह का ही मिलता था जिसमें आलू के लच्छे वाला नमकीन, साबूदाने का फलाहारी मिक्चर, आलू की चिप्स और मूंगफली के नमकीन दाने ही मिला करते थे लेकिन मांग और नवाचार ने यह सूची बढ़ाने का कार्य किया और आज करीब 50 तरह के फलाहारी नमकीन इंदौर में बन रहे हैं। यह फलाहारी नमकीन केवल इंदौर में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में खाया-खिलाया जा रहा है। शहर में यूं तो सोमवार, मंगलवार, गुरुवार को तो फलाहारी नमकीन की अच्छी खपत होती ही है, लेकिन श्रावण मास, अधिकमास, नवरात्र, शिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आदि पर्व विशेष पर खपत का ग्राफ बहुत ऊपर पहुंच जाता है।अग्रवाल स्वीट्स और नमकीन के मोहन अग्रवाल बताते हैं 1990 के दशक के बाद शहर में फलाहारी नमकीन की दुनिया में बड़ा बदलाव आया। एक वक्त था जब शहर में 4-5 तरह का ही फलाहारी नमकीन मिलता था। 1980 के दशक तक इसमें कुछ इजाफा हुआ लेकिन 1990 के दशक के बाद तेजी से कारोबार बढ़ा और वैरायटी और मात्रा दोनों में ही खूब वृद्धि हुई। आज शहर में आलू के लच्छे वाला नमकीन जिसमें मूंगफली भी होती है, वही कई तरह का मिलता है। आलू की चिप्स ही 5-7 तरह की, साबूदाने वाला मिक्चर, केले की चिप्स आदि भी कई तरह की मिलने लगी है। यही नहीं अब बादाम, काजू, मखाने, खसखस वाले मिक्चर भी बन रहे हैं। फलाहारी नमकीन की दुनिया में कई नवाचार हो रहे हैं जो लोगों को पसंद आ रहे हैं।इंदौर नमकीन मिठाई एसोसिएशन के सचिव अनुराग बोथरा बताते हैं कि वर्तमान में शहर में करीब 50 तरह का फलाहारी नमकीन मिल रहा है। यह नमकीन आलू, केला, साबूदाना और सूखे मेवे से तो तैयार हो ही रहा है। साथ ही सिंघाड़ा, राजगिरा के आटे से भी बन रहा है। इन दिनों शहर में प्रतिदिन करीब 30 टन फलाहारी नमकीन तैयार किया जा रहा है।

न्यूज़ सोर्स : Taste Of Indore: Indore's flavourful fruit namkeen makes fasting special