क़स्बा दोराहा मै सो वर्षो से निवास कर रहे एक ही परिवार के तीन मकान तोड़े गए
पीड़ितों ने लगायी प्रशासन से न्याय की गुहार मामला सीहोर जिले के तहसील दोराहा का एक मामला सामने आया प्रशासन ने यहां मकान थोड़ दिया जिसमे प्रशासन का कहना है की यहां मकान अवैध निर्माण मै बनाया गया था जिसमे पीड़ितों का कहना है की सरकार की और से हमें पट्टे दिए गए है उसी आधार पर मकान बनाये है यदि हमने मकान अतिक्रमण करके बनाये है तो फिर शासन हमें हमारे पट्टों की जगह उपलब्ध करवाये साथ ही पीड़ितों ने यहाँ भी बताया है की हमारा पडोसी से आपसी विवाद है पडोसी रसूक वाला है जिससे आज उसने हमें घर से बेघर कर दिया आज हम यहां पिछले सो वर्षो से निवास कर रहे है हमारा प्रशासन से निवेदन है की हमारे पट्टे के अनुसार हमें मकान बनाने के लिए जगह उपलब्ध करवाई जाये ताकि हम हमारे परिवार के साथ रह सके जिसमे समाजसेवी मनोहर यादव द्वार बताया गया की हमारे दादा पर दादा पीढ़ी दर पीढ़ी से रहते यहाँ आ रहे है जिसमे यह न तो रहमान के पिता जी को पता है न हमारे दादा पर दादाओ को पता है की किसकी जमीन है हम इसे आवधी की जमीन शुरू से मानते हुए आ रहे है और आवधी ही लगी हुयी है अब इन्होने क्या की उसको प्राइवेट मशीन से सीमांकन करवा कर उसको जो है की जबलपुर हाईकोर्ट मै कैश लगा दिया और हमारा जो कैश चल रहा था वो सीहोर मै चल रहा था हम सीहोर मै कैश लड़ रहे हाईकोर्ट मै इन्होने कैश लगाया तो उसके संबध मै भी इनने हम कोई नोटिस नहीं पहुंचने दिए किसी तरह दबाकर उसे लेने पे इंकार लिखवाकर वहा से ये एक तरफा केस को करवा लाये प्रशासन ने जो है की हमें जो है की अभी तीन दिन मै अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया जबकि अतिक्रमण राजस्व विभाग की भाषा मै तार फेंसिंग या बगड के झाड को बोला जाता है ये हमारा आवासीय मामला था हमें हमारी बात को हाईकोर्ट मै रखने तक मौका नहीं दिया गया और एक तरफा केस करवाकर के अब वो जैसे भी या पैसो की दम पर य कुछ भी करके उसने उसको एक तरफ़ा केस कर दिया आज भरी बारिश मै हमारे घरों को तोड़कर करके हमें जो है की घर से बेघर कर दिया आज भर बारिश मै कभी भी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मुख्य्मंत्री आवास योजना के तहत गरीबो को मकान बनाने के लिए सहायता दी जाती है लेकिन आज जो है की हमें घर से बेघर कर दिया अब हमारी यहां डिमांड है सरकार निवेदन है की हम गरीबो को जो है की कही भी पट्टे हमारे पास पूर्व मै पट्टे है आवधी के उनकी भी कोई सुनवाई नहीं की गयी अब हमारे जहा भी जो भी हमारे पट्टे निर्धारित किये गए या तो हमें वो जगह दी जाये जिससे हम मकान बनाये जाये और हमें मकान बनाने के लिए तत्काल जो है की सुविधा दी जाये व सहयता राशि दी जाये जिससे की हम घर से बेघर बारिश मै बर्तन तक रोड पर रखे हुए है आपने देखा होगा पुरे क़स्बा मै माहौल इस व्यक्ति के द्वार किया गया और एक जिद के कारण उसने हमारे मकान तुड़वा दिए और हर तरह से हमने प्रयास किया हमने कई तरह से पुरे क़स्बा वासियो ने बैठकर प्रयास किया की समझौता कर ले जो है की हम गरीब स्तिथि मै मकान बनाये है आज हमारे मकानों को तोड़कर करके हमें घर से बेघर कर दिया हमारी प्रशासन से और सरकार से यही निवेदन है की हम गरीबो को तत्काल सहयता राशि देकरके हमारे जो पट्टे है उस पर हमारे मकान बनावये जाये