भिंड ।   जिला अस्पताल में खून की दलाली का वीडियो सामने आया है। यहां भर्ती मरीज को जरूरत पड़ी तो ब्लड डोनेट करने वाला कोई परिचित नहीं मिला। इसकी भनक अस्पताल में घूम रहे दलाल को लग गई, उसने मरीज की मां और चाचा से बात की। 3500 रुपए में खून दिलवाने के लिए सौदा कर लिया। इधर, चाचा से 500 रुपए एडवांस भी ले लिए। जिसके बाद मरीज ने इस सौदेबाजी को अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया। वहीं, जब खून के बदले रुपए लेने का वीडियो अस्पताल प्रबंधन के पास ‎पहुंचा, तब अधिकारी हरकत में आए। ‎‎इसके बाद मरीज के परिजन ने ‎पुलिस में शिकायत की।

क्या था मामला

बता दें कि फूफ की रहने वाली संगीता देवी‎ शनिवार को 18‎ साल के बेटे श्याम सुंदर को लेकर ‎जिला अस्पताल आई थीं। डॉक्टर ने ‎1 यूनिट खून चढ़वाने की बात‎ कही। संगीता ने कहा कि उनके साथ कोई ब्लड डोनेट करने वाला नहीं है। डॉक्टर ने पर्चे पर एक्सचेंज किए बिना खून उपलब्ध कराने के लिए लिख दिया। डॉक्टर के जाते ही वार्ड में घूम रहा ‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎सुनील उर्फ छोटू ‎मरीज की मां संगीता से खुद को ‎अस्पताल का कर्मचारी बताते हुए ‎सौदेबाजी करने लगा। उसने संगीता से ‎कहा कि वह अपने दोस्त को बुलाकर ब्लड दिलवा देगा, लेकिन इसके एवज में‎ 4500 रुपए देना पड़ेंगे।

संगीता ने कहा कि इतने रुपए तो‎‎ ‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎‎उनके पास नहीं है। इस पर छोटू ने 3500 रुपए में ‎सौदा तय कर लिया और कहा एडवांस में 500 रुपए दे दो। श्याम सुंदर के चाचा‎ अमित ने 500 रुपए दे दिए। पास ही ‎पलंग पर लेटे श्यामसुंदर ने इस पूरे ‎घटनाक्रम को अपने मोबाइल फोन में ‎रिकॉर्डिंग कर लिया। ‎छोटू उर्फ सुनील जिला अस्पताल में पूर्व में आउटसोर्स कर्मचारी रहा है। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि इन्हीं हरकतों की वजह से उसे हटा दिया गया था। सिविल सर्जन डॉ. गोयल का कहना है कि मरीज को हम बिना किसी कॉस्ट के ब्लड दे चुके थे। रही बात आरोपी की तो उस पर एफआईआर कराई जाएगी।

कलेक्टर ने दी जानकारी

वहीं भिंड कलेक्टर‎ संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि अस्पताल का कर्मचारी बनकर सौदा करने ‎वाले युवक के खिलाफ कार्रवाई के लिए ‎अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है। ब्लड बैंक से संबंधित शिकायतें मिल रही हैं। इसको लेकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।