दिल्ली के मांडी गांव में लोग काफी समय से टूटी सड़कों और गंदगी के अंबार से परेशान हैं. सड़कों पर गड्ढों की वजह से जगह-जगह पानी भर जाता है. स्कूली बच्चों का यहां से आना-जाना भी मुश्किल है. सड़क में नाले और बरसात का पानी भरने के कारण यहां से गुजरने वाली गाड़ियों का कई बार एक्सीडेंट हो जाता है. यह सड़क दर्जनों गांव के लिए मुख्य मार्ग है, यही नहीं इसका इस्तेमाल गुरुग्राम आने-जाने वाले लोग भी करते हैं. जिसके बाद अब LG (Shri Vinai Kumar Saxena) ने सड़क की मरम्मत के लिए 3 करोड़ रुपये का बजट पास किया और नाले का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है. जल्द ही यहां के लोगों को टूटी सड़कों और गंदगी की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा.

एंबुलेंस के लिए रास्ता निकालना मुश्किल
टूटी सड़कों की वजह से दर्जनों गांव में आपातकाल की स्थिति में एंबुलेंस का निकलना या फिर बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाना भी मुश्किल हो गया है. स्थानीय लोगों के मुताबिक बीमार व्यक्ति को एंबुलेंस में ले जाने के दौरान कई बार मरीजों ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.

हरदीप पुरी और रमेश बिधूड़ी की भूमिका
बदहाल सड़क का काम शुरू होने में सबसे बड़ा योगदान स्थानीय लोगों का है. इस क्षेत्र के समाजसेवी ऋषिपाल महाशय ने मांडी रोड की समस्या को लेकर कई महीनों तक तमाम विभाग के अलावा केंद्र सरकार राज्य सरकार को लगातार पत्र लिखा. इस सड़क का चौड़ीकरण करने के लिए  केंद्र सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे हरदीप पुरी ने इसका ऑर्डर पास कर दिया था. पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी ने भी तीन बार संसद मे आवाज उठाई. नाले का काम शुरू करने के लिए LG (Shri Vinai Kumar Saxena) ने भी दिसंबर 2023 में आदेश दे दिया, लेकिन बेहद व्यस्त रास्ता होने की वजह से ट्रैफिक पुलिस के तरफ से महीनों तक NOC नहीं मिली. इस वजह से नाले का काम महीनों तक अधर में लटका रहा.

सितंबर तक काम पूरा करने की योजना
ऋषिपाल महाशय ने बताया की इस कार्य के शुरू होने के बाद उन्होंने PWD के अधिकारियों से बात की. उनका कहना है कि सितंबर के महीने तक इसे पूरा कर लिया जाएगा. उसके बाद बहुत जल्द सड़क निर्माण का भी कार्य शुरू किया जाएगा. इस सड़क और नाले को बनाने के लिए दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने तीन करोड़ का बजट पास किया है, जिसमें सीवर पाइप लाइन भी डाला जाएगा.