सनातन धर्म में कोई भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य करने से पहले भगवान गणेश की आराधना की जाती है. प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है. इस वर्ष यह पर्व 7 सितंबर को मनाया जाएगा. गणेश चतुर्थी पर्व के दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करते हैं और 10 दिनों तक उनकी पूजा आराधना करते हैं.

सनातन धर्म में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और प्रथम पूजनीय का दर्जा प्राप्त है. किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. गणेश चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित सबसे बड़ा त्यौहार होता है. गणपति के भक्त पूरे साल इस त्योहार का इंतजार करते हैं.अगर आप भी गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना अपने घर पर करना चाह रहे हैं तो आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कि गणेश जी की कैसी प्रतिमा शुभ मानी जाती है और स्थापना के समय किन बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है तो चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं .

दरअसल अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि इस वर्ष गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर को है और इस दिन से लोग गणपति बप्पा की स्थापना अपने घरों पर करते हैं कोई 7 दिनों तक करता है कोई 9 दिनों तक तो कोई 10 दिनों तक गणपति बप्पा की पूजा करता है. इस दौरान गणेश चतुर्थी के लिए गणपति की मूर्ति खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

इन 5 बातों का रखें ध्यान

⦁ मूर्ति खरीदते समय इस बात पर खास ध्यान दें कि गणेश जी की मुद्रा और सूंड की दिशा कैसी है.

⦁ भगवान गणेश की मुद्रा और बाईं ओर झुकी हुई सूंड वाले गणेश जी को सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है. माना जाता है कि गणपति की ऐसी मूर्ति लाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है.

⦁ भगवान गणेश की प्रतिमा लेते समय इस बात का भी विशेष ध्यान देना चाहिए कि गणपति बप्पा की मूर्ति में मूषक जरूर हो उनके हाथ में मोदक भी हो इस तरह की मूर्ति लाना बेहद शुभ माना जाता है .

⦁ अगर भगवान गणेश के प्रतिमा की रंग की बात करें तो भगवान गणेश की सिंदूर के रंग की प्रतिमा घर में लाना उत्तम माना जाता है. गणपति के इस रंग की प्रतिमा लाने से घर में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है जीवन में चल रही परेशानी दूर होती है. दूसरी तरफ अगर आप भगवान गणेश की सफेद रंग की प्रतिमा लाते हैं तो घर में खुशहाली का आगमन भी होता है .

⦁ इसके साथ ही भगवान गणेश की मूर्ति को उत्तर दिशा में स्थापित करना शुभ होता है. यह दिशा मां लक्ष्मी और भगवान शिव की दिशा मानी जाती है. ऐसे में गणेश जी का मुख इस दिशा में रखने से गणेश भगवान के साथ-साथ महादेव और मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.