भोपाल। प्रदेश के कटनी जिले के जीआरपी थाना में दलित महिला और उसके नाती के साथ थाने में मारपीट के मामले को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गंभीरता से लेते हुए आरोपित पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के निर्देश दिए। सीएम के निर्देश के बाद थानाप्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे करीब 10 माह पुराने एक वीडियो से मध्य प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है। वीडियो में कटनी जीआरपी की थाना प्रभारी अरुणा वाहने और अन्य पुलिसकर्मी एक महिला और उसके नाती की डंडे से पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने इस मामले में प्रदेश सरकार को घेरते हुए पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। कटनी जिले के झर्राटिकुरिया निवासी 53 वर्षीय कुसुम वंशकार और उनके 16 वर्षीय नाती को अक्टूबर 2023 में कटनी जीआरपी थाने में लेकर आई थी। बताया गया कि कुसुम के जिला बदर स्वजन दीपक वंशकार के विरुद्ध जीआरपी थाने में 19 अपराध दर्ज हैं। चोरी के एक मामले में फरार होने पर उसके खिलाफ 10 हजार का इनाम भी घोषित है। उसकी जानकारी हासिल करने के लिए थाना प्रभारी ने अपने चेंबर में दोनों को बंद कर डंडे से उनकी पिटाई की। थानाप्रभारी के साथ ही कुछ पुलिसकर्मी भी दोनों को पीटते वीडियो में नजर आ रहे हैं। प्रारंभिक जांच के आधार पर तत्कालीन थानाप्रभारी अरुणा वाहने, हेड कांस्टेबल अजय श्रीवास्तव और चार कांस्टेबल वर्षा दुबे, ओमकार सिरसाम, सोहेब अब्बासी एवं सलमान खान को निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भविष्य में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में इस तरह के कदाचार की पुनरावृत्ति नहीं होने पाए। इस पूरे मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य सरकार की पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। गुरुवार को वह कांग्रेसियों के साथ प्रकरण से जुड़े पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग को लेकर कटनी जीआरपी थाने पहुंचे। कांग्रेसियों ने अपनी ओर से शिकायती पत्र देकर एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की। इस पर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस पर पलटवार किया। कटनी के रंगनाथ नगर थाने में लगभग चार घंटे तक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी समेत अन्य मारपीट के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर एफआआर की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे। कटनी में महिला और किशोर के साथ जीआरपी थाने में हुई मारपीट के मामले का राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। मध्य प्रदेश के डीजीपी को लिखे पत्र में निर्देशित किया है कि वह मामले की जांच कर रिपोर्ट तीन दिन में प्रस्तुत करें। जिम्मेदारों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई के निर्देश राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिए हैं। इस बारे में एएसपी संतोष डेहरिया का कहना है कि गुरुवार रात साढ़े दस बजे रंगनाथ नगर थाना पुलिस ने महिला कुसुम वंशकार की शिकायत पर मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर शून्य पर मामला दर्ज कर डायरी को जीआरपी थाना भेज दिया है।