हाथरस। श्रावण मास में कांवड़ यात्रा पर्व को सकुशल एवं शान्तिपूर्ण ढ़ग से सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत कावड़ियो हेतु मूलभूत सुविधाओं सहित कैंप स्थापित किए जाने के संबंध में कोल्ड स्टोरेज, पेट्रोल पंप संचालकों, ट्रांसपोर्टर, ग्राम प्रधानों, एनसीसी, एनएसएस, बस संचालकों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी लोगों से कहा कि आप सभी लोगों द्वारा पिछले वर्ष कावड़ियों के लिए कैप लगाए जाने हेतु प्रशासन का पूर्ण सहयोग किया गया था। उन्होंने पेट्रोल पंप संचालको से प्रकाश के उचित प्रबंध करने तथा शौचालय संचालित एवं स्वच्छ रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पेट्रोल पम्प संचालकों/कोल्ड स्टोर संचालकों को अपने-अपने व्यापार स्थल पर कांवड़ियों हेतु टेन्ट, कुर्सी एवं लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने पेट्रोल पम्प संचालकों को पेट्रोल पम्पों को 24 घण्टे खोलेने तथा पम्प के शौचालयों को साफ एवं स्वच्छ रखने, पेयजल, प्राथमिक उपचार किट की भी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों को तहसील स्तर पर बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जनपद में श्रावण मास के पावन पर्व पर श्रद्धालुजन/कांवड़िये विभिन्न स्थलों से गंगाजल लाकर जनपद अवस्थित प्रसिद्ध मन्दिर/शिवालय में जलाभिषेक करते है। इसके अतिरिक्त कामदा एकादशी, नागपंचमी तथा पूर्णिमा के दिन भी स्नान एवं जलाभिषेक होता हैं। इन पर्वाे पर श्रद्धालु गंगा व अन्य पवित्र नदियों का जल कॉवड़ में लेकर पैदल अपने-अपने क्षेत्र के शिव मन्दिरों अथवा अन्य प्रसिद्ध मन्दिरों में ले जाकर जलाभिषेक करते है। इस अवसर पर शिवालयों में काफी संख्या में श्रद्धालुजन/कॉवरिये एकत्रित होते है। श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को शिवालयों में जलाभिषेक के लिये श्रद्धालुजन/कॉवड़िये जनपद के विभिन्न मार्गाे से होकर पहुॅचेगें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के शिवालयों पर अधिक से अधिक कांवड़िये/श्रद्धालु जलाभिषेक करने आते है, इसलिये इन शिवालयों पर समस्त प्रकार की व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाये। उन्होने मन्दिरों/शिवालयों पर लगाये गये सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं जोनल मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया कि अपने अधीनस्थों के साथ बैठकर रूपरेखा तैयार कर समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाये। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाये, जिससे कोई भी घटना घटित न होने पाये। कन्ट्रोल रूम बनाया जाये जिससे कोई भी समस्या उत्पन्न हो तो उसका निराकरण किया जा सके। उन्होंने मार्ग पर लगाये जाने कांवड़ कैम्पों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए।।  
बैठक में उन्होने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मार्गाे पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर पुलिस पिकेट/गश्त तथा संवेदनशील स्थलों पर मोबाईल पेट्रोलिंग की व्यवस्था की जाये। जलाभिषेक स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था की जाये तथा पार्किंग की व्यवस्था भी करायी जाये। जेबकतरी, चैन स्नैचिंग, महिलाओं से छेड़खानी जैसे अपराधों पर विशेष सतर्कता बरती जाये व महिला कावंड़ियों की सुरक्षा एवं अभद्र व्यवहार रोकने हेतु महिला पुलिस का प्रबन्ध किया जाये। आबकारी विभाग व पुलिस विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सोमवार को व महत्वपूर्ण पर्वाे पर शराब व मांस की दुकानों को जलाभिषेक स्थल व आस-पास बन्द करायी जाये। जिला पंचायत राज अधिकारी व नगर पंचायत/नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जलाभिषेक स्थल के पास श्रद्धालुओं के रूकने हेतु अस्थायी टेन्ट की व्यवस्था की जाये, पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया जाये तथा जलाभिषेक स्थल पर अस्थायी शौचालय की व्यवस्था तथा महिलाओं हेतु पृथक से प्रसाधन की व्यवस्था की जाये। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि विद्युत की अबाध आपूर्ति हेतु पूर्व से व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुये जलाभिषेक स्थलों पर प्रकाश की व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी जाये। चिकित्सा विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि चिकित्सा व्यवस्था हेतु कैम्प लगाया जाये तथा चिकित्सक एवं चिकित्सा स्टाफ सहित एम्बुलेन्स की व्यवस्था की जाये। आकस्मिक चिकित्सा हेतु आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाये।
इसी प्रकार उन्होने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं के कॉवड़ मार्ग पर लटके हुये, ढीले एवं अव्यवस्थित विद्युत तारों को पूर्व से ही ठीक करा लिया जाये जिससे किसी दुर्घटना या अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। प्रत्येक स्थल पर प्रशासनिक कैम्प की व्यवस्था की जाये, कैम्प पर एडीओ पंचायत, सफाई कर्मी, एम्बुलेन्स, फायर बिग्रेड, विद्युत विभाग के अधिकारी, नगर निकाय के अधिकारी/कर्मचारी तथा पुलिस की अस्थायी चौकी बनायी जाये जो कॉवड़ियों के मूवमेन्ट पर सतत् निगरानी रखते हुये पर्व को सकुशल एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कॉवड़ यात्रा के मार्गाे को गड्ढा मुक्त किया जाये, जो मार्ग क्षतिग्रस्त है उसे तत्काल ठीक कराया जाये। जल निगम के अधिकारी को निर्देशित किया गया कि मंदिरों/धार्मिक स्थलों व कॉवड़ यात्रा के मार्ग पर पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि दिये गये आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाये तथा श्रावण मास के पर्व/कॉवड़ यात्रा को शान्तिपूर्ण एवं सकुशल ढंग से सम्पन्न कराये।
बैठक में पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में कांवड़ियें अधिक संख्या में निकलते है उन क्षेत्रों की लिस्ट सम्बन्धित थानों में उपलब्ध रहे। जिससे कि उन क्षेत्रों में कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित हो सके। कांवड़ यात्रा के दौरान क्षेत्रों में जिन पुलिस अधिकारियो की ड्îटी लगी हो वह अपने ड्रेस में तैनात रहे। उन्होने निर्देशित किया कि पुलिस अधिकारीगण कांवड़ यात्रा के दौरान कांवरियों की सुरक्षा व्यवस्था की निरन्तर निगरानी करते रहे, इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कांवड़ निकलने वाले मार्गों पर पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में तैनात रहेगा साथ ही कावड़ जत्थे के साथ में पुलिस बल निर्धारित स्थल से निर्धारित स्थल तक छोड़ेंगे। उन्होंने समस्त कोल्ड स्टोर संचालकों व पेट्रोल पंप संचालकों, ग्राम प्रधानों से कावड़ कैंप की स्थापना मार्ग के बाई ओर तथा मार्ग से हटकर स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि कोल्ड स्टोरेज पर आने वाले ट्रकों एवं ट्रेक्टरों का रिकॉर्ड रखने के लिए अलग से रजिस्टर बनाया जाए, जिसमें चालक का नाम व पता जरूर अंकित किया जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी न्यायिक, अपर पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी, प्रभारी अधिकारी कलेक्ट्रेट, समस्त क्षेत्राधिकारी पुलिस, समस्त थानाध्यक्ष, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, समस्त अधिशासी अधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण तथा कोल्ड स्टोरेज संचालक, पेट्रोल पंप संचालक, ट्रांसपोर्टर, ग्राम प्रधानों, एनसीसी, एनएसएस, बस संचालक आदि उपस्थित थे।